नमस्कार, दोस्तों आज हम बात कर रहे हैं Ashwagandharishta ke fayde के बारे में। Ashwagandha (अश्वगंधा) एक ऐसी वनस्पति है जो शरीर की कई सारी समस्याओं के लिए बहुत हो उपयुक्त होती है। लेकिन बहुत बार इसका उपयोग sexual problems के लिए किया जाता है।
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Introduction to Ashwagandharishta
अश्वगंधा चूर्ण (Ashwagandha Powder) का उपयोग करना सभी के लिए सरल नहीं होता, क्यूंकि इसका स्वाद काफी कड़वा होने के कारण इसे लेने के बाद कई लोग उल्टियाँ कर देते हैं।
तो आज अश्वगंधारिष्ट (Ashwagandharishta ke fayde) की बात करेंगे। पूरी और सही जानकारी के लिए इस जानकारी को अंत तक ज़रूर पड़ें।
जैसे की मैंने आपको कहा की कुछ लोग अश्वगंधा को नहीं खा पाते, चाहे वो दूध के साथ ले या पानी के साथ।
ऐसे में अश्वगंधा को टेबलेट या कैप्सूल की form में लिया जाता है लेकिन इस तरह से भी इसे लेने के बाद कुछ लोगों में गैस का होना, सर में दर्द होना, खाना खाने की बिलकुल इच्छा न होना ऐसी समस्याएं देखि जा सकती हैं।
ऐसे में अश्वगंधारिष्ट (Ashwagandharishta) का उपयोग करना एक सबसे अच्छा alternative होता है। तो चलिए सबसे पहले बात करते हैं अश्वगंधारिष्ट के ingredients की।
Ingredients of Ashwagandharishta – अश्वगंधारिष्ट के अवयव
इसमें अश्वगंधा (Ashwagandha) प्रमुख द्रव्य है, साथ ही मूसली (Musli), मंजिष्ठा, हरीतकी, हल्दी, मुलेठी, रासना, वेदारीखण्ड, अर्जुन, मुस्ता, निशोत्तर, श्वेत, सारिवा, कृष्ण सारिवा, श्वेत चन्दन, रक्त चन्दनम, वचा और चित्रक भी उपस्थित हैं।
इन द्रव्यों का काढ़ा बनाने के बाद, मधु, नमक, काली मिर्च, पीपली, दालचीनी, तेज पत्ता, जैसी चीज़ों का चूरन मिलाया जाता है।
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1 महीने तक इन द्रव्यों को बंद करने के बाद छान के अश्वगंधारिष्ट को उपयोग में लाया जाता है। तो चलिए यह भी Ashwagandharishta ke fayde के बारे में जानते हैं –
अश्वगंधारिष्ट को लेने से क्या लाभ होते हैं | Ashwagandharishta ke fayde
- इसका सबसे अच्छा उपयोग उन लोगों में होता है, जो तनाव के कारण बहुत ही थकान का अनुभव करते हैं।
- Stress या तनाव की वजह से जिन्हें बार-बार मूड स्विंग्स (mood-swings) या कुछ खाने की इच्छा नहीं होती या थोड़े से परिश्रम के बाद जिन्हें बहुत ज़्यादा थकान महसूस होती है, मांसपेशियों में बहुत ही वेदना होती है।
- ऐसी अवस्था में अश्वगंधारिष्ट लेने से बहुत ही जल्दी मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐसी वेदना कम होने लग जाती है, यह भी Ashwagandharishta ke fayde हैं।
- जिन लोगों में धैर्य की कमी हो, जो लोग थोड़े डरपोक हों, उनके लिए भी यह बहुत ही अच्छा काम करता है।
- पाचन तंत्र मज़बूत करने के लिए भी यह काफी अच्छा काम करता है। इसे लेने के बाद धीरे धीरे पाचन तंत्र के कार्य में सुधार आता है और वज़न बढ़ने (weight gain) में भी इससे मदद होती है लेकिन इसके लिए इसे काफी लम्बे समय तक लेना पड़ सकता है।
- जो यदि आप किसी अच्छे आयुर्वेदी की देख रेख में ले तो और भी अच्छे से आप इसे ले पाएंगे।
- Sexual Problem में इसका जो उपयोग है वो तो काफी अच्छा है। अश्वगंधारिष्ट (Ashwagandharishta) के जो घटक जो आपको हमने बताये हैं यह सभी मांसपेशिओं को बल देने के लिए, रक्त प्रभाव को सुचारू रूप से चलाने के लिए, ह्रदय को बल देने के लिए काफी अच्छा काम करता है।
- टेस्टोस्टेरोन (Testosterone) जो की प्रमुख male sexual hormone होता है, उसकी मात्रा को बढ़ाने के लिए और संतुलित रखने के लिए ashwagandharishta उपयुक्त है।
- Ashwagandharishta ke fayde – आपने बहुत से ऐसे लोग देखे होंगे जो बाल अवस्था से तरुण अवस्था तक पहुँच गए हैं, लेकिन न उनका वज़न बढ़ रहा है और न ही तारुण्य के ठोस लक्षण उनमे दिखाई देते है, ऐसे स्त्री और पुरुषों दोनों के लिए अश्वगंधारिष्ट अच्छा काम करता है।
अश्वगंधारिष्ट का सेवन कैसे करें | Ashwagandharishta Dosage
अश्वगंधारिष्ट (Ashwagandharishta) को कुछ खाने के बाद ठन्डे पानी के साथ 20 से 30 मिली लीटर तक लिया जा सकता है।
इसे लेने से पहले आप इस बात को ज़रूर ध्यान में रखें की आसव एक फर्मेन्टेड दवाई होती है, इसमें कुछ अंश अल्कोहल भी होता है तो इसे लेने से पहले आप इस बात को ज़रूर ध्यान में रखें और इसे किसी अच्छा आयुर्वेदिक चिकित्सक की ढक रेख में लें तो और भी अच्छा रहेगा यहाँ आपके लिए।
तो दोस्तों हम यह आशा करते हैं की यह Ashwagandharishta ke fayde जानकारी आपके लिए फायदेमंद रहेगी।
आपके इससे जुड़े कुछ सवाल हों तो नीचे कमेंट बॉक्स में ज़रूर लिख सकते हैं। जानकारी को दोस्तों से ज़रूर शेयर करें।
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